नहीं जहां कद्र नहीं प्यार खामोशी दीवारें हिन्दीकविता hindikavita जज़्बात express वहां तक जाना कौन मौन वहां चमक भी करना सूरज तू जाना रूह जिस्म

Hindi वहां जाना Poems